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श्री सत्य साईं बाबा – भगवान या साधारण आदमी

जागरण जंक्शन फोरम
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24 अप्रैल, 2011 को प्रातः काल पुट्टपर्थी वाले श्री सत्य साईं बाबा का देहावसान तो हो गया लेकिन उनकी मृत्यु के बाद भी विवाद उनका साथ छोड़ने को तैयार नहीं. श्री सत्य साईं बाबा जीवन भर आध्यात्मिक और समाजसेवी व्यक्ति के साथ ही विवादित व्यक्तित्व के रूप में भी चर्चित रहे. उनके धार्मिक और सामाजिक कार्यों के कारण जितने लोग उनके मुरीद बने उतनी ही संख्या में उन पर आरोप लगाने वाले भी मौजूद रहे हैं. भारत सहित विश्व के अनेक देशों में उनके द्वारा तमाम स्कूल, अस्पताल सहित कई कल्याणकारी संस्थाएं स्थापित की गईं लेकिन साथ ही उन पर व्यभिचार के आरोपों सहित लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ करने के भी आरोप लगाए गए.


अभी हाल ही में बांग्लादेश की विवादित लेखिका तस्‍लीमा नसरीन ने पुट्टापर्थी वाले सत्य साईं बाबा की मृत्यु के पश्चात ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा:


“सत्‍य साईं बाबा – भगवान थे या साधारण आदमी – उनकी मौत के साथ यह प्रश्‍न एक बार फिर उठ गया है. सही मायने में वे साधारण आदमी ही थे. उन्‍होंने जीवन भर करोड़ों लोगों के साथ धोखा किया.”


जबकि क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर सहित अनेक गणमान्य हस्तियां श्री सत्य साईं बाबा को महान संत और भगवान का दर्जा देती रही हैं.


भारतीय मतानुसार, चमत्कार और संतत्व का दूर-दूर का रिश्ता होता है लेकिन श्री सत्य साईं जीवन भर अपने चमत्कारों के प्रदर्शन के कारण जाने जाते रहे और यही बात उनके विरोधियों को नागवार भी गुजरती रही. विरोधियों ने श्री सत्य साईं की अपने आप को भगवान का दर्जा देने की सबसे ज्यादा निंदा की और कहा कि ऐसा करके वे भोली-भाली जनता को बेवकूफ बना रहे हैं.


जागरण जंक्शन आप सभी पाठकों से इस मुद्दे पर अपने विचार प्रस्तुत करने का अनुरोध करता है. इस बार का मुद्दा है:


किसी भी व्यक्ति का स्वयं को भगवान के रूप में प्रतिष्ठित करवाना कहां तक सही है? क्या वास्तव में चमत्कारों के नाम पर लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जाता रहा है?


आप उपरोक्त मुद्दे पर अपने विचार स्वतंत्र ब्लॉग या टिप्पणी लिख कर जारी कर सकते हैं.


नोट: 1. यदि आप उपरोक्त मुद्दे पर अपना ब्लॉग लिख रहे हों तो कृपया शीर्षक में अंग्रेजी में “Jagran Junction Forum” अवश्य लिखें. उदाहरण के तौर पर यदि आपका शीर्षक “श्री सत्य साईं पर आरोप- मिथ्या या हकीकत” है तो इसे प्रकाशित करने के पूर्व श्री सत्य साईं पर आरोप- मिथ्या या हकीकत – Jagran JunctionForum लिख कर जारी करें.


2. पाठकों की सुविधा के लिए Junction Forum नामक नयी कैटगरी भी सृजित की गयी है. आप प्रकाशित करने के पूर्व इस कैटगरी का भी चयन कर सकते हैं.


धन्यवाद

जागरण जंक्शन टीम


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